पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस (TMC) और भाजपा के बीच जुबानी जंग बढ़ती जा रही है। 20 दिसंबर को जिस बोलपुर में गृह मंत्री अमित शाह ने रोड शो कर शक्ति प्रदर्शन किया था, वहीं मंगलवार को राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रोड शो किया। उन्होंने कहा कि कुछ विधायकों के पार्टी छोड़ने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा, क्योंकि जनता हमारे साथ है। भाजपा कुछ विधायकों को तो खरीद सकती है, लेकिन टीएमसी को नहीं खरीद सकती।
हिंसा और बांटनेवाली राजनीति बंद करे भाजपा : ममता
उन्होंने बीरभूमि के बोलपुर में भाजपा पर करारा हमला बोलते हुए कहा कि बंगाल की संस्कृति को नष्ट करने के लिए साजिश की जा रही है। भाजपा हिंसा और बांटनेवाली राजनीति बंद करे।
उन्होंने कहा कि जो लोग महात्मा गांधी और देश के महान लोगों का सम्मान नहीं करते, वे ‘सोनार बांग्ला’ बनाने की बात कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुझे बुरा लगता है जब मैं देखती हूं कि विश्वभारती में सांप्रदायिक राजनीति को आगे बढ़ाने की कोशिशें की जा रही हैं। विश्व भारती के कुलपति भाजपा के आदमी हैं। वह सांप्रदायिक राजनीति कर रहे हैं। यह यूनिवर्सिटी की विरासत धूमिल हो रही है।
टैगोर की धरती पर नफरत की राजनीति के लिए जगह नहीं
उन्होंने भाजपा को बाहरियों की पार्टी बताते हुए कहा कि नोबल विजेता रवींद्रनाथ टैगोर की धरती पर नफरत की राजनीति करने वाले कभी जीत नहीं सकते। यहां के लोग धर्मनिरपेक्षता पर ऐसी राजनीति करने वालों को कभी जीतने नहीं देंगे।
शाह ने तृणमूल के गढ़ में किया था रोड शो
इससे पहले शाह ने तृणमूल के किले बोलपुर में रोड शो किया था। बोलपुर में ममता से पहले 43 साल तक कम्युनिस्टों का कब्जा रहा है। शाह ने कहा था कि आपने कम्युनिस्टों को मौका दिया, ममता को मौका दिया, एक बार हमें मौका दीजिए और हम 5 साल में सोनार बांग्ला बना देंगे। शाह ने कहा था कि ऐसा रोड शो कभी नहीं देखा, भीड़ दिखाती है कि बंगाल की जनता अब बदलाव चाहती है।
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