बेनामी संपत्ति के मामले में रॉबर्ट वाड्रा से पूछताछ करने के लिए सोमवार को एक टीम उनके घर पहुंची। जांच से जुड़े IT डिपार्टमेंट के एक सोर्स ने न्यूज एजेंसी IANS को बताया कि वाड्रा का बयान रिकॉर्ड किया जा रहा है। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के अलावा प्रवर्तन विभाग (ED) मनी लॉन्ड्रिंग के प्रावधानों के तहत वाड्रा के खिलाफ जांच कर रहा है।
इसमें लंदन में संपत्ति की खरीद के लिए मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप शामिल हैं। वाड्रा पर ब्रायनस्टन स्क्वायर में 19 लाख पाउंड का मकान खरीदने का आरोप है। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद वाड्रा फिलहाल अग्रिम जमानत पर हैं। वह कोरोना के कारण जांच में शामिल नहीं हो पाए थे।
इससे पहले मामले में वाड्रा के सहयोगी मनोज अरोड़ा को कोर्ट ने अंतरिम जमानत दे दी थी। ईडी के मुताबिक, आयकर विभाग फरार हथियार कारोबारी संजय भंडारी के खिलाफ कालाधन कानून और कर कानून के तहत दर्ज मामलों की जांच कर रहा था। इस दौरान विभाग को अरोड़ा की भूमिका पर भी संदेह हुआ। इसके बाद उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया।
वाड्रा को फायदा पहुंचाने के लिए सौदा किया
ईडी का आरोप है कि लंदन में भंडारी ने 19 लाख पाउंड में संपत्ति खरीदी थी। उसकी मरम्मत पर 65,900 पाउंड खर्च करने के बाद 2010 में उतनी ही रकम में वाड्रा को बेच दी थी। इससे साफ हो गया कि भंडारी इस संपत्ति का वास्तविक मालिक नहीं था, बल्कि उसने वाड्रा को फायदा पहुंचाने के लिए यह सौदा किया था।आरोप यह भी है कि वाड्रा के स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी के कर्मचारी अरोड़ा की इस सौदे में अहम भूमिका थी। उसे वाड्रा की विदेशी अघोषित संपत्ति की भी जानकारी थी और पैसों का इंतजाम करने में भी उसकी अहम भूमिका है।
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